क्षेत्रफल की दृष्टि से एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा हाई कोट छतीसगढ़ राज्य के बिलासपुर जिले के बोदरी में स्थित है।बिलासपुर जिले को छतीसगढ़ राज्य की न्यायधानी के नाम से भी जाना जाता है। बिलासपुर उच्च न्यायालय एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा उच्च न्यायालय है और बिलासपुर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है
![छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, एशिया का सबसे बड़ा उच्च न्यायालय Chhattisgarh High Court Asia's largest high court chhattisgarhgyan](https://i0.wp.com/www.chhattisgarhgyan.com/wp-content/uploads/2024/06/छत्तीसगढ़-उच्च-न्यायालय-एशिया-का-सबसे-बड़ा-उच्च-न्यायालय-Chhattisgarh-High-Court-Asias-largest-high-court-chhattisgarhgyan.webp?resize=640%2C360&ssl=1)
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय का गठन कब हुआ था?
बिलासपुर हाईकोर्ट नवीनतम हाईकोर्ट में से एक है इसकी स्थापना 1 नवंबर सन 2000 को मध्यप्रदेश पुनर गठन अधिनियम 2000 के तहत छत्तीसगढ़ के नव निर्मित राज्य के लिए एक अलग उच्च न्यायालय के रूप में की गई थी जिसका अधिकार क्षेत्र छत्तीसगढ़ राज्य के क्षेत्रों पर है
![छत्तीसगढ़ की गंगा महानदी - chhattisgarh ki ganga mahanadi](https://i0.wp.com/www.chhattisgarhgyan.com/wp-content/uploads/2023/10/छत्तीसगढ़-की-गंगा-महानदी-chhattisgarh-ki-ganga-mahanadi.jpg?resize=640%2C360&ssl=1)
छत्तीसगढ़ की जीवन रेखा या गंगा कहलाने वाली महानदी, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में बहने वाली एक प्रमुख नदी … [Read more…]
बिलासपुर उच्च न्यायालय देश का 19 वां उच्च न्यायालय है छतीसगढ़ उच्च न्यालय में मुख्य न्यायाधीश के अलवा 18 अन्य न्यायाधीश पद स्वक्रित है जिनको राष्टपति द्वारा मनोनीत किया जाता है इनका कार्यकाल 62 वर्ष का होता है इनको सपत राज्यपाल द्रावारा दिलाया जाता है छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय प्रथम कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश – RS गर्ग थे
स्थापना तिथि | 1 नवंबर 2000 |
अधिनियम | मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 |
अधिकार क्षेत्र | छत्तीसगढ़ |
मुख्य पीठ | बिलासपुर |
खडपीठ | नहीं |
वर्तमान मुख्य न्यायाधीश | रमेश सिन्हा |
अन्य न्यायाधीश पद | 18 |
प्रथम कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश | RS गर्ग |
- विलुप्त होने के स्थिति में आल्हा गायन
- रामनामी समाज छत्तीसगढ़ – Ramnami Samaj Chhattisgarh
- देवगढ़ धाम छत्तीसगढ़
- छत्तीसगढ़ की गंगा महानदी
- छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा तालाब – दलपत सागर -Dalpat Sagar Jagdalpur
- छत्तीसगढ़ का पहला उपन्यास हीरू के कहिनी
Leave a Reply